ज्यादा उम्मीदों से होती है मुश्किलें: वॉशिंगटन

विवेक कृष्णन, चेन्नै युवा स्पिनर को वेस्ट इंडीज के खिलाफ आगामी टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। उनका मानना है कि ज्यादा उम्मीद करने से चीजें काफी मुश्किल हो जाती हैं और ऐसे में वह मौजूदा वक्त पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं। सुंदर ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में कहा, 'कम उम्र में भारत के लिए खेलना बड़ी बात है लेकिन जब मैं मुकाबले के बारे में बात करता हूं और और ज्यादा उम्मीद करने लगता हूं तो चीजें और भी मुश्किल हो जाती हैं। मैं सिर्फ वर्तमान पर फोकस करना चाहता हूं और खुद की प्रतिभा पर हर दिन मेहनत करना चाहता हूं।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'मैं हर सेशन में कड़ी मेहनत करता हूं और मुझे भरोसा है कि मेहनत का फल जरूर मिलता है।' भारत और वेस्ट इंडीज के बीच 2 टी20 इंटरनैशनल मैच अमेरिका में खेले जाने हैं जिसके लिए टीम इंडिया जल्द रवाना होगी। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साल 2017 के एडिशन में प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद वॉशिंगटन सुंदर को भारत के लिए पदार्पण करने का मौका मिला। उन्होंने तब से 7 टी20 इंटरनैशनल मैच और एकमात्र वनडे मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ खेला। जानें, वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को बाहर किया गया है जबकि रविंद्र जडेजा, क्रुणाल पंड्या और राहुल चाहर के साथ वॉशिंगटन सुंदर को शामिल किया गया है। पिछले साल श्रीलंका में खेली गई निदाहास ट्रोफी में सुंदर मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। वह उस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ साल में मैंने बहुत कुछ सीखा और जितना ज्यादा मैं खेलूंगा, उतना ही और सीखूंगा। योजनाओं को क्रियान्वित करने और अलग-अलग परिस्थितियों में खेल को समझने की काबिलियत में काफी सुधार हुआ है।' उन्होंने कहा, 'इंडिया-ए दौरा काफी अच्छा रहा और इससे आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिली, चोटिल होने के बाद मुझे मौका मिला। वहां की परिस्थितियों अलग थीं, जिन्हें समझा।' सुंदर को पिछले साल टखने में चोट लग गई थी जिसके बाद उन्हें कुछ महीनों के लिए मैदान से दूर होना पड़ा था। पढ़ें, सुंदर ने कहा, 'पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज शुरू होने से पहले मेरे टखने में चोट लग गई थी, जो दौर मेरे लिए काफी मुश्किल रहा। हालांकि इससे मानसिक तौर पर मदद मिली। यह मेरी बड़ी चोट थी, और मैं इससे ठीक होकर जल्दी वापसी करना चाहता था।' उन्होंने कहा, 'मैंने कुछ महीनों के बाद ऑस्ट्रेलिया में नवंबर में वापसी की लेकिन फिर से चोट उभर आई। फिर मुझे महसूस हुआ कि जल्दबाजी करने की कोई जरूरत नहीं है।'


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