WC: आखिरी 30 गेंद में बस 40 रन, फिर घिरे धोनी

नई दिल्ली क्रिकेट 2019 में रविवार को हुए मैच में इंग्लैंड ने भारत को हरा दिया। इस हार से भारत को भले ही कोई खास फर्क नहीं पड़ा लेकिन आखिर के ओवर्स में भारतीय बल्लेबाजों ने जिस तरह से बैटिंग की उसकी अब काफी आलोचना हो रही है। क्रिकेट फैंस के साथ-साथ क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने भी आखिरी ओवर्स में और की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की है। बता दें कि पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने 337 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया था। इसके जवाब में भारतीय शुरुआत ठीक-ठाक रही थी। रोहित शर्मा के शतक और फिर विराट कोहली के अर्धशतक ने उम्मीदें जगा दी थीं। फिर आखिरी के 5 ओवर्स में 71 रनों की जरूरत थी। यानी 30 गेदों में 71 रन चाहिए थे और भारत के 5 विकेट बचे हुए थे। विकेट हाथ में होने के बावजूद धोनी और जाधव ने कोई रिस्क नहीं लिया। आखिरी 30 गेंदों में 40 रन बने और भारत 31 रनों से हार गया। इसपर क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने निराशा जाहिर की। उन्होंने लिखा, 'निराशाजनक अंत। एक गेंद पर एक रन वाली पार्टनरशिप से मैच नहीं जीते जाते। रोमांच बस तबतक था जबतक पंड्या खेल रहे थे।' वहीं पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर को भी धोनी का आखिरी ओवर्स में सिंगल लेना पंसद नहीं आया। उन्होंने लिखा, 'अगर कोई टीम भारत को जीतने से रोक सकती थी वह इंग्लैंड ही थी। आखिरी ओवर्स में धोनी का खेलने का तरीका बड़ा चौंकानेवाला था।' क्रिकेट फैंस ने भी इस मैच पर तरह-तरह के रिऐक्शन दिए। लोगों ने आखिरी ओवर्स में भारत की रणनीति को हथियार डाल देने जैसा बताया। कुछ लोगों ने इसके लिए सीधे तौर पर महेंद्र सिंह धोनी को जिम्मेदार ठहराया। बता दें कि धोनी की बल्लेबाजी पर पिछले कुछ मैचों से सवाल उठ रहे हैं। उनपर आरोप लग रहे हैं कि वह फील्ड पर सेट होने में ज्यादा वक्त लेते हैं और पहले की तरह फिनिश भी नहीं कर पाते। हालांकि, विराट कोहली ने हार की वजह शुरुआत में हुई धीमी बल्लेबाजी को बताया। बता दें कि पहले दस ओवर्स में भारत ने 28/1 रन बनाए थे।


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