हार के बावजूद मेरी कॉम का जोश हाई, कहा- संन्यास का कोई इरादा नहीं, 40 साल तक खेलूंगी

नई दिल्ली छह बार की विश्व चैंपियन बॉक्सर एमसी मेरी कॉम फिलहाल संन्यास लेने के बारे में नहीं सोच रही। 29 जुलाई को प्री क्वार्टर फाइनल में हारकर उनके दूसरे ओलिंपिक मेडल का सपना भी टूट गया। बावजूद इसके उनके जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। कई बार की एशियाई चैंपियन और 2012 लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता मेरी कॉम ने इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन वह आगे नहीं बढ़ सकी। भारत लौटने पर 38 वर्षीय महान मुक्केबाज से जब उनके करियर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि वह 40 की उम्र तक खेल सकती हैं। जिस बाउट में मेरी कॉम हारी वह विवादों में थी। जब रैफरी ने मुकाबले के अंत में वालेंसिया का हाथ ऊपर उठाया तो मेरी कॉम की आंखों में आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान थी। जिस तरीके से वालेंसिया पहली घंटी बजने के बाद भागी थी, उससे लग रहा था कि यह मुकाबला कड़ा होने वाला है और ऐसा ही हुआ। शुरू से ही दोनों मुक्केबाज एक दूसरे पर मुक्के जड़ रही थीं, लेकिन वालेंसिया ने शुरूआती राउंड 4-1 से अपने नाम कर दबदबा बना लिया। मणिपुर की अनुभवी मुक्केबाज मेरी कॉम ने शानदार वापसी कर दूसरे और तीसरे राउंड को 3-2 से अपने नाम किया। पर शुरुआती राउंड की बढ़त से वालेसिंया इस मुकाबले को जीतने में सफल रहीं। भारतीय मुक्केबाज ने दूसरे और तीसरे राउंड में दाहिने ‘हुक’ का बखूबी इस्तेमाल किया। मेरी कॉम 2019 विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में पहले वालेंसिया को हरा चुकी हैं। कोलंबियाई मुक्केबाज की यह मेरी कॉम पर पहली जीत है। 32 साल की वालेंसिया भी अपने देश के लिए मैरी कॉम की ही तरह काफी अहम खिलाड़ी हैं। वह पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने ओलिंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया।


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