IPL 2020: राशिद खान की फिरकी के सामने पस्त हुए दिल्ली कैपिटल्स

अबू धाबी सनराइजर्स हैदराबाद ने मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स को हराकर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन में अपनी पहली जीत दर्ज की। दिल्ली ने टॉस जीता और हैदराबाद को बल्लेबाजी का न्योता दिया। अबू धाबी के मैदान पर हैदराबाद ने 4 विकेट पर 162 रन बनाए। टी20 के लिहाज से यह स्कोर बड़ा नहीं कहा जा सकता। और वह भी तब जब दिल्ली की बल्लेबाजी भी काफी मजबूत हो। पर विकेट को भांपने और उसे समझने में हैदराबाद की टीम दिल्ली के मुकाबले इक्कीस साबित हुई। दिल्ली की टीम पृथ्वी साव, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और शिमरॉन हेटमायर जैसे मजबूत बल्लेबाज होते हुए भी सात विकेट पर 147 रन ही बना सकी। हैदराबाद की जीत में स्पिनर ने अहम भूमिका निभाई। राशिद ने चार ओवरों में सिर्फ 14 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। उनका पहला शिकार बने दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर। अय्यर क्लासिकल बल्लेबाज हैं और स्पिनर्स का सामना बखूबी करते हैं। स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ शुरू से ही आक्रमक होकर खेलना उनकी रणनीति का हिस्सा है। वही उन्होंने राशिद के खिलाफ भी दोहराने की कोशिश की। पिच पर रन बनाना आसान नहीं लग रहा था। अय्यर जो कि पहले ही ओवर में पृथ्वी साव के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आ गए थे, अभी तक फ्लो हासिल नहीं कर पाए थे। गेंद रुककर आ रही थी और ऐसे में स्ट्रोकप्ले आसान नहीं था। रनगति 6 रन प्रति ओवर तक ही सीमित हो गई थी। 17 के निजी स्कोर पर उन्होंने हवाई शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए। अय्यर क्रीज छोड़कर आगे निकले और कवर्स में शॉट खेला। वहां खड़े अब्दुल समद ने एक आसान सा कैच लपका। राशिद ने इसके बाद शिखर धवन को अपना शिकार बनाया। धवन थोड़े सेट हो चुके थे। रनगति का दबाव हालांकि बढ़ रहा था लेकिन बाएं हाथ के इस अनुभवी बल्लेबाज में कभी भी मैच का रुख मोड़ने का माद्दा है। राशिद की फ्लाइटेड गेंद पर धवन ने ड्राइव खेलने की कोशिश की। फील्डिंग टीम ने कैच की अपील की। लेकिन अंपायर ने उसे नकार दिया। इसके बाद बिना देरी किए विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो ने इस पर रीव्यू ले लिया। इसमें साफ हो गया कि गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में जाने से पहले बल्ले के बाहरी किनारे से लगकर गई है। वह 31 गेंद पर 4 चौकों की मदद से 34 रन बनाकर पविलियन लौटे। धवन और अय्यर के बीच खान ने ऋषभ पंत को आउट कर तीसरी कामयाबी हासिल की। पंत 28 पर खेल रहे थे। पंत पर अब मैच को आगे ले जाने की जिम्मेदारी थी। शॉट खेलने में मुश्किल आ रही थी। पंत पर अब दारोमदार दिल्ली की नैया पार लगाने का था। इसी प्रयास में इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने अपना विकेट गंवा दिया। पंत ने विकेटों से गेंद को स्क्वेअर लेग की ओर खेलने की कोशिश की। गेंद पर कोई रफ्तार नहीं थी और ऐसे में वह सही तरह से शॉट खेल नहीं पाए। नतीजा सीमा रेखा के पास एक आसान सा कैच थमाकर वह पविलियन लौट गए। खान ने इसके बाद अपने माता-पिता को यह पुरस्कार समर्पित किया। खान ने कहा कि कुछ महीने पहले ही उनकी माता का निधन हुआ था और वह उनकी सबसे बड़ी प्रशंसक थीं। यह कहते-कहते वह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि बीता डेढ साल उनके लिए अच्छा नहीं रहा। पहले उनके पिता का निधन हुआ था और हाल ही में मां का भी देहांत हो गया।


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