मैंने अजिंक्य रहाणे की बल्लेबाजी पर काम किया, कप्तानी का गुण उनका अपना: प्रवीण आमरे

अमित कुमार, नई दिल्ली अजिंक्य रहाणे ने मेलबर्न टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों से काफी प्रभावित किया। कई पूर्व क्रिकेटरों ने टीम इंडिया के इस कार्यवाहक कप्तान की रणनीति और फैसलों की तारीफ की। लंबे समय तक रहाणे के कोच और मेंटॉर रहे प्रवीण आमरे ने भी रहाणे की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके शिष्य ने कप्तानी की जिम्मेदारी काफी अच्छी तरह निभाई। आमरे ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम को बताया, 'अगर आप मुझसे पूछें तो मैंने सिर्फ अजिंक्य रहाणे के बल्लेबाजी पक्ष पर काम किया। कप्तानी या नेतृत्व की क्षमता उनकी अपनी है। कप्तान विराट कोहली वहां नहीं हैं और ऐसे मे रहाणे ने जिम्मेदारी उठाई। तो मैं अजिंक्य को कप्तान अजिंक्य की भूमिका अच्छे से निभाने का श्रेय दूंगा। चाहे बल्लेबाजी हो या फिर कप्तानी वह काफी शांत रहते हैं। यह उनका स्टाइल है। कुछ लोग आक्रामक होते हैं और कुछ बहुत ज्यादा गुस्सा करते हैं। लेकिन वह शांत और संयम से रहते हैं।' भारत के लिए 1991 से 1994 के बीच 11 टेस्ट और 37 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले प्रवीण आमरे ने कहा, 'अजिंक्य हमेशा योजनाओं के साथ तैयार रहते हैं। अजिंक्य ने नंबर पर भी बल्लेबाजी की है और नंबर छह पर भी। वह किसी भी पोजिशन पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं। उनके लिए टीम सबसे पहले आती है। वह हमेशा अपना काम करने के लिए तैयार रहते हैं।' भारत के लिए मेलबर्न में अपा पहला टेस्ट खेल रहे शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज ने अच्छा खेल दिखाया। गिल ने पहली पारी में 45 और दूसरी में नाबाद 35 रन बनाए। वहीं सिराज ने मैच में पांच विकेट लिए। कप्तान रहाणे ने इन दोनों युवा खिलाड़ियों का हौसला भी बढ़ाया और उन्हें मौके भी दिए। आमरे ने कहा, 'जिस तरह रहाणे ने पदार्पण कर रहे दो युवा खिलाड़ियों को बैक किया वह काबिले तारीफ है। दो नए खिलाड़ियों के साथ उतरना रहाणे का बड़ा फैसला था। उन्हें यकीन था कि ये दोनों युवा खिलाड़ी प्रदर्शन कर सकते हैं। ये दोनों लंबे समय से इंतजार कर रहे थे और जब उन्हें यह अवसर मिला तो उन्होंने इसे दोनों हाथों से लपक लिया।' पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम दूसरी पारी में सिर्फ 36 के स्कोर पर आउट हो गई थी। इसके बाद जिस तरह से मेलबर्न में उसने वापसी की वह काबिले-तारीफ है। आमरे ने कहा, 'यह भारतीय क्रिकेट के सबसे मुश्किल वक्त में था। आप पहला टेस्ट हार गए थे और सिर्फ 36 पर ऑल आउट हो गए थे। किसी को तो जिम्मेदारी लेनी थी। मुझे खुशी है कि यह जिम्मेदारी रहाणे ने उठाई। टीम इंडिया विराट को मिस कर रही है क्योंकि वह भारत के लिए रन-मशीन हैं। उन्होने कई दौरों पर रन बनाए हैं। वह पैटरनिटी लीव पर गए हैं। तो अजिंक्य ने जिम्मेदारी उठाई और कप्तानी की भूमिका भी अच्छे से निभाई। वह कप्तान भी हैं लेकिन यह भी जरूरी है कि वह बल्लेबाज के तौर पर भी अच्छा खेल दिखाएं।' उन्होंने कहा, 'अजिंक्य मैच में भारत के नंबर वन बल्लेबाज और कप्तान रहे। उन्होंने दोहरी भूमिका काफई अच्छी तरह से निभाई। उन्होंने लाजवाब खेल दिखाया। उन्होंने तीन अहम साझेदारियां कीं और टीम को 100 से ज्यादा से बढ़त दिलाई। यह एक लाजवाब जीत थी। इस जीत को अजिंक्य, टीम और प्रशंसक लंबे समय तक याद रखेंगे।'


from Sports News in Hindi: Latest Hindi News on Cricket, Football, Tennis, Hockey & more | Navbharat Times https://ift.tt/3aU9OYm

No comments

Powered by Blogger.