साल 2021 में इन 7 युवा खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नजरें
टीम इंडिया की बैंच स्ट्रेंथ की खूब तारीफ होती है। युवा खिलाड़ी आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेते हैं। हर साल कुछ नए खिलाड़ी अपना दम दिखाते हैं। तो एक नजर डालते हैं कि कौन से सात खिलाड़ी 2021 में अपनी छाप छोड़ सकते हैं।
साल 2021 की शुरुआत हो चुकी है। कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020 में क्रिकेट के मैदान पर ज्यादा रोमांच देखने को नहीं मिला। कई सीरीज और टूर्नमेंट रद्द या स्थगित हुए। टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट इनमें से एक था। बीते साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाना था। कोरोना के चलते उसे 2021 के लिए टाल दिया गया वहीं 2021 के टी20 वर्ल्ड कप को 2022 के लिए स्थगित कर दिया गया। तो नए साल में कौन से युवा खिलाड़ी दिखा सकते हैं दम...
देवदत्त पडिक्कल
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के इस सलामी बल्लेबाज पर 2021 में खास नजरें होंगी। उन्होंने आईपीएल में 15 मैचों में 473 रन बनाए। वह बैंगलोर के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उनका स्ट्राइक रेट 124.80 का रहा। पडिक्कल ने कप्तान विराट कोहली से भी ज्यादा रन बनाए।
बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया। देवदत्त ने कर्नाटक प्रीमियर लीग 2017 में 53 गेंद पर 72 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने कर्नाटक के लिए अंडर-19 मैचों में शानदार खेल दिखाया। इसके बाद उनके करियर में थोड़ा गिरावट नजर आई।
2018 की कूच बिहार ट्रोफी में उन्होंने 829 रन बनाए। वह टूर्नमेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में चौथे पायदान पर थे। ऐसी भी खबरें हैं टीम प्रबंधन उन्हें वैकल्पिक सलामी बल्लेबाज के रूप में भी तैयार कर रहा है।
मोहम्मद सिराज
मोहम्मद सिराज इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में खेलने के बाद भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया रवाना हो गए। सिराज ऑस्ट्रेलिया में ही थे जब उनके पिता का निधन हो गया। लेकिन वह भारत नहीं लौटे। उन्होंने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में ही रहे। सिराज विराट कोहली की स्कीम का अहम हिस्सा नजर आते हैं। सिराज एक आक्रामक तेज गेंदबाज हैं। इस साल भारतीय टीम को काफी क्रिकेट खेलना है और इस दौरान काफी युवाओं को मौका मिल सकता है।
प्रियम गर्ग
प्रियम गर्ग भी अंडर-19 क्रिकेट से निकले एक और सितारे हैं। अंडर-19 के कप्तान रहे गर्ग ने इस साल आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया। उन्हें 2019 में भारतीय अंडर-19 टीम का कप्तान बनाया गया। इसके बाद 2020 अंडर-19 वर्ल्ड कप में उनकी कप्तानी में टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया। प्रियम जब 11 साल के थे तो उनकी माता का निधन हो गया था। प्रियम ने लिस्ट ए में अपनी पहली डबल सेंचुरी लगाई। वह देवधर ट्रोफी में भारतीय सी टीम की ओर से खेले थे। उनकी टीम रनर्स-अप रही थी। 2018-19 के अपने पहले ही रणजी ट्रोफी सीजन में उन्होंने 800 से ज्यादा रन बनाए थे। उत्तर प्रदेश के इस बल्लेबाज ने गोवा के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में सेंचुरी लगाई थी। गर्ग की चाहत सचिन तेंडुलकर से मिलकर क्रिकेट टिप्स लेना चाहते हैं।
रवि बिश्नोई
रवि बिश्नोई, अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा थे। इस साल उन्होंने आईपीएल डेब्यू किया। वह किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेले। उन्होंने 14 मैचों में 12 विकेट लिए। लेग स्पिनर बिश्नोई ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में 17 विकेट लिए। राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले बिश्नोई अपनी गुगली के लिए फेमस हैं।
शुभमन गिल
इस युवा सितारे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने छोटी लेकिन उपयोगी पारियां खेलीं। मेलबर्न में उन्होंने पहली पारी में 45 और दूसरी में नाबाद 35 रन बनाए। उनके रवैये और शॉट सिलेक्शन ने सभी को प्रभावित किया। गिल ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी दमदार खेल दिखाया था। साल 2018 में वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली टीम का वह हिस्सा थे। गिल अगर मौकों को भुनाते रहे तो उन्हें जल्द ही सीमित ओवरों के प्रारूप में भी और मौके मिल सकते हैं।
सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव लगातार भारतीय टीम में दस्तक दे रहे हैं। उनकी उम्र 30 साल है लेकिन उन्हें अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। आईपीएल में लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया का बड़ा दावेदार कहा जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब उनका चयन नहीं हुआ तो सिलेक्शन कमिटी को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। यादव में आक्रामकता तो है ही साथ ही धैर्य और संयम भी नजर आता है। वह परंपरागत क्रिकेटीय शॉट्स के साथ तेजी से रन बना सकते हैं। उम्मीद की जा सकती है कि साल 2021 सूर्यकुमार यादव के लिए टीम इंडिया का टिकट लेकर आएगा।
टी. नटराजन
सनराइजर्स हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज ने आईपीएल 2020 में बहुत अच्छा खेल दिखाया। उनकी सटीक यॉर्कर और रफ्तार ने अपना खूब दम दिखाया। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीमित ओवरों की टीम में चुना गया। यहां वह कप्तान विराट कोहली की उम्मीदों पर खरे उतरे। नटराजन ने लंबा संघर्ष किया। मुश्किल हालात से निकलकर उन्होंने टीम इंडिया का सफर तय किया। अभी तक मिले सीमित मौकों में उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। इस साल भारत को टी20 वर्ल्ड कप में खेलना है। और नटराजन टीम की प्लानिंग का अहम हिस्सा हो सकते हैं।
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