फटे ग्लव्स, टूटे हेलमेट से शेफाली ने लिखी कामयाबी की कहानी

रोहतकमहिला टी20 वर्ल्ड कप में दमदार प्रदर्शन से नाम कमाने वालीं भारतीय टीम की सुपरस्टार ओपनर का सफर संघर्ष और चुनौतियों से भरा रहा। वह ऑस्ट्रेलिया में चल रहे टी20 वर्ल्ड कप में अपनी टीम की जीत में लगातार योगदान दे रही हैं। शेफाली के पिता संजीव वर्मा ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को एक इंटरव्यू में बताया कि वह जब ठगी के शिकार हुए तो इस क्रिकेटर ने किस तरह अपने फटे दस्तानों और टूटी हैट को सभी से छिपाकर रखा। साल 2016 में संजीव के साथ 7.5 लाख रुपये की ठगी हुई और उनकी पत्नी के गहने भी इसी में ठग लिए गए। पढ़ें, संजीव ने कहा, 'जब ठगी हुई तो अगले पांच-छह महीनों के लिए मुझे नहीं पता था कि मैं क्या करूंगा, क्या करना है। इसी दौरान, शेफाली के दस्ताने भी फट गए थे, उनका बल्ला टूट गया लेकिन खेलना जारी रखा। वह किटबैग में अपनी फटे दस्ताने छिपाती थीं। वह जोड़ी अब भी मेरे पास है।' रिकवरी में समय लगता लेकिन शेफाली के लिए संजीव ने पैसे उधार लिए और उन्हें शहर में अत्याधुनिक श्री राम नारायण क्रिकेट क्लब में ले गए। एक साल के भीतर, वह क्लब के एलीट ग्रुप में खेलने लगीं जिसमें आशीष हुड्डा और अजीत चहल जैसे रणजी बोलर थे। दोनों 130+ किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे जिनका शेफाली ने सामना किया।' कोच संजय बधवार ने बताया कि शेफाली की थाई, पेट और हेलमेट पर चोट लगी लेकिन वह हमेशा निर्भीक अंदाज में खेलीं।' संजय बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे जिनके नाम 95 फर्स्ट क्लास विकेट दर्ज हैं। दूसरे कोच संत कुमार कहते हैं, 'वह गेंद को इतनी जोर से मारतीं कि हम कोचिंग के लिए अंपायर के मौके पर खड़े होने से सावधान रहते थे।'


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