Davis Cup 2019: भारत के इस दांव ने बढ़ा दी है इटली के लिए मुश्किलें, कांटे की होगी टक्कर

इटली के डेविस कप कप्तान कोराडो बैराशुटी ने बुधवार को स्वीकार किया कि मेजबान भारत के खिलाफ क्वालिफायर में ग्रास कोर्ट पर खेलना उनकी टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी. बेहतर रैंकिंग वाली इटली की टीम को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है लेकिन भारत ने ग्रास कोर्ट पर खेलने का फैसला किया है जिससे मेजबान टीम के लिए भी संभावनाएं बन गई हैं. इटली के लिए एकमात्र बार 1976 में डेविस कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे बैराशुटी ने कहा, ‘यह कोर्ट है और हमारे पास शिकायत करने के लिए कुछ नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘भारत ने यहां खेलने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारे लिए यहां खेलना अधिक मुश्किल होगा. इटली की टीम ग्रास कोर्ट पर काफी नहीं खेली है लेकिन कोई दिक्कत नहीं है. हमें पता है कि हमें काफी अच्छा खेलना होगा. हम इन मैचों को इन खिलाड़ियों के प्रति काफी सम्मान के साथ खेलेंगे.’ इटली की टीम के किसी भी खिलाड़ी ने ग्रास कोर्ट पर डेविस कप मुकाबला नहीं खेला है और भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन और दिविज शरण के साथ भी ऐसा ही है. शरण इस मैच में रोहन बोपन्ना के खिलाफ डबल्स मुकाबले में उतर सकते हैं. प्रजनेश ने हालांकि पिछले साल स्टुटगार्ट ओपन में अब दुनिया के 25वें नंबर के खिलाड़ी डेनिस शापोवालोव को हराकर उलटफेर किया था. भारत के दूसरे शीर्ष रैंकिंग के खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन और साकेत माइनेनी एक-एक बार ग्रास कोर्ट पर खेले हैं. सात मुकाबलों के साथ डबल्स विशेषज्ञ रोहन बोपन्ना को ग्रास कोर्ट पर खेलने का सबसे अधिक अनुभव है. इटली के कप्तान ने कहा, ‘भारत कई वर्षों के बाद पहली बार घास पर खेलेगा (डेविस कप में). टूर में ग्रास कोर्ट पर काफी मैच नहीं होते, हम काफी नहीं खेलते.’

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