12 साल, चार माह और 25 दिन की उम्र में अभिमन्यु बने शतरंज इतिहास के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर

चेन्नई बीते 19 साल से रूस के सर्गेई कर्जाकिन के नाम दुनिया के सबसे युवा ग्रैडमास्टर का रेकॉर्ड था, लेकिन अब यह ताज अभिमन्यु मिश्रा ने छीन लिया है। भारतीय मूल के इस अमेरिकन बच्चे ने बुधवार रात यह उपलब्धि अपने नाम की। 12 साल, चार माह और 25 दिन की उम्र में दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बनने वाले अभिमन्यु ने भारत के जीएम लियोन को हराया। इससे पहले नवंबर 2019 में अभिमन्यु ने 10 साल 9 महीने और 3 दिन की उम्र में दुनिया के सबसे युवा अंतरराष्ट्रीय मास्टर बने थे, तब उन्होंने भारत के आर प्रग्गानंधा का विश्व रेकॉर्ड तोड़ा था। ग्रैंड मास्टर प्रग्गानंधा ने 30 मई 2016 को 10 महीने 9 महीने और 20 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में अभिमन्यु ने कहा, 'लियोन के खिलाफ मैच मुश्किल था, लेकिन उसकी ओर से एक गलती और मैंने मील का पत्थर पार कर लिया। मैं इस उपलब्धि को हासिल करके राहत और खुशी दोनों महसूस कर रहा हूं।' कोविड -19 महामारी के चलते अभिमन्यु ने बीते कई माह से ओवर-द-बोर्ड कोई इवेंट नहीं खेला था। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने के साथ, अभिमन्यु ने कुछ टूर्नामेंटों में भाग लेना शुरू कर दिया और इस साल मार्च में उनकी ईएलओ रेटिंग 2400 को पार कर गई, उनके पिता हेमंत, जो न्यूजर्सी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, ने कर्जाकिन के रेकॉर्ड को तोड़ने के लिए यूरोप जाने और टूर्नामेंट खेलने का साहसिक कदम उठाया। अभिमन्यु के पिता हेमंत कहते हैं, 'हम जानते थे कि यूरोप में टूर्नामेंट में हमारे लिए बड़ा मौका था। हमारे पास एकतरफा टिकट थे और एक के बाद एक टूर्नामेंट खेलने के लिए अप्रैल के पहले सप्ताह में बुडापेस्ट पहुंचे। यह एक सपना था जिसे मैंने, मेरी पत्नी स्वाति और अभिमन्यु ने साझा किया और इस भावना का वर्णन करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं।'


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